परीक्षा में सफतला पाने के लिए आप कई तरीके अपनाते हैं. लेकिन ज्यादातर तरीके अपना कर आप नाकामयाब ही होते हैं. इसीलिए आज हम देखते हैं पढाई और पढाई करने के तरीकों में विज्ञान की क्या राय हैं? How to Study? Scientifically. क्योंकि ज्यादातर हम से कई पढाई लंबे नहीं लेकिन स्मार्ट तरीके से करना चाहते हैं. तो आइये इस बार जानते हैं 9 Scientific Study Tips in Hindi – पढाई करने के 9 वैज्ञानिक तरीके. एक बार इन तरीको को भी आजमा लीजिए. शायद इस बार आपका काम बन जाए.-Study Tips In Hindi पढाई करने के तरीके
- सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह हैं की काफी लंबे समय तक पढाई करने की बजाय आप थोड़े वक़्त तक ही पढ़े. क्योंकि कई अध्ययनों में थोड़े वक़्त की या टुकडो में की गई पढाई ज्यादा फायदेकारक साबित हुई हैं. आप अपनी पढाई करने के समय को छोटे छोटे हिस्सों में बाट दे. कभी भी बहुत ही लंबे समय तक ज्यादा पढाई मत करे. मतलब की आपके किसी विषय या यूनिट के लिए 10 घंटे रट्टा मारने से तो अच्छा हैं की आप कुछ हफ्तों तक उसे 1 घंटा ही पढ़े. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा दिमाग छोटे छोटे हिस्सों में की गई पढाई को एक बड़े हिस्से में की गई पढाई की तुलना में ज्यादा जल्दी याद रख पाता हैं.
- पूरी रात पढ़ना बहुत जरुरी हैं यह बात एक पद्धति हैं जिससे आपका पढाई का लेवल निचा आ सकता हैं. केवल पढाई ही नहीं बल्कि आप स्विमिंग, टेनिस और सिंगिंग में भी इस तरीके को अपना कर उनमें जल्दी महारत हांसिल कर सकते हें.
- ज्यादातर लोग अपने कई घंटे एक ही विषय को बार बार पढने में और अपने पाठ्यपुस्तक को हाईलाइट करने में खर्च कर देते हैं. एक अध्ययन से यह पता चला हैं की यह चीज़े पढाई के लिए एकदम बेअसर हैं. इससे टॉपिक को समजने में किसी भी तरह का इम्प्रूवमेंट नहीं होता हैं. यह तरीका आपका ध्यान कम इम्पोर्टेन्ट टॉपिक की ओर ज्यादा ले जाता हैं.
- बिना किसी उद्देश्य के अध्ययन करने की बजाय किसी एक टॉपिक को चुनिए.
- आइनस्टीन ने कहा था If you can’t explain it simply, then you don’t understand it well enough. मतलब की अगर आप किसी चीज को आसानी से समजा नहीं सकते हैं तो आप उसे अभी अच्छी तरह से समजे नहीं हैं.
- एक अध्ययन के दौरान विद्यार्थीयों के दो ग्रुप किए गए. दोनों ग्रुप को एक ही टॉपिक दिया गया. लेकिन एक ग्रुप के विद्यार्थियों को कहा गया की आपको इस विषय का टेस्ट देना हैं, और दूसरे ग्रुप के विद्यार्थियों को बताया गया की आपको इस विषय को दूसरे स्टूडेंट्स को समजाना हैं. दोनों में से जिस ग्रुप के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए बोला गया था उनकी उस विषय में तैयारी और अंडरस्टैंडिंग काफी अच्छी थी. क्योंकि जब आप किसी विषय को पढ़ाने की उम्मीद रख के तयारी कर रहे हैं तब आपका दिमाग जानकारी का आयोजन एक अधिक तार्किक और सुसंगत संरचना में करता हैं.
- लेकिन सबसे जरुरी हैं प्रैक्टिस…प्रैक्टिस…और…प्रैक्टिस. लेकिन कई बार पढाई में गलती करना भी फायदेकारक हें. लेकिन वह तब आप उसे सुधारे तो. मतलब की गलतीयां हमे ज्यादा याद रहती हैं. इसके आलावा किसी भी विषय के 100 या 50 गुणों के टेस्ट लिखना भी ज्यादा फायदेमंद हैं.
- तो आप पढाई कहाँ पर करे? वहां, जहाँ पर आप अच्छा महसूस करते हो. कोई एसी जगह जहाँ पर आपको पढाई के लिए जरुरी सभी चीज़े आसानी मिल जाए और जो अच्छी तरह से सुसज्जित हो. आपको अपनी जगह से फिर से उठाना न पड़े.
- कुछ अध्ययनों से पता चला है कि शास्त्रीय संगीत के कुछ प्रकार पढाई की एकाग्रता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं. एक अध्ययन के मुताबिक ऐसा भी पता चला हैं की लयबद्ध पृष्ठभूमि शोर (rhythmic background noise) ध्यान केंद्रित करने के लिए हानिकारक हो सकता है. लेकिन मेरी सलाह हैं की आप म्यूजिक ही ना सुने.